इंटरनेट डेस्क। साल 2013 में केदारनाथ के बाद अब उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से भीषण प्राकृतिक आपदा आई है। इसके कारण अनेक लोगों की जान जाने के साथ ही 150 से अधिक लोग लापता है।

यहां पर रौठी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर गिरने से ऋषि गंगा नदी में बाढ़ आई। इस कारण क्षेत्र में भारी तबाही मची। इस प्राकृतिक आपदा के कारण ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट और एनटीपीसी प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है।

बताया जा रहा है इस प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे लगभग 100 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। आज एक बार फिर से क्षेत्र में बचाव कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। सेना के 100, आईटीबीपी के 315, एनडीआरएफ के 250 जवान भी राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं।

मौसम विज्ञानियों का मनना है कि उत्तराखंड के चमोली में आई इस प्राकृतिक आपदा का कारण ग्लोबल वॉर्मिंग है। इसके साथ ही हाल में ही उत्तराखंड में हुई ताजा बर्फबारी को भी इसका कारण माना जा रहा है।