क्या आपको भी येेही लगता है की नियति में जो लिखा है वो होकर ही रहेगा? स्मरण रखिएगा आपका भाग्य कोई लिखी हुई नियति नही है, आपका भाग्य वो सत्य है जो दिन प्रति दिन ap स्वयं लिखते है– कुछ अपने परिश्रम से, कुछ आपकी नियत से।