पॉलिटिकल डेस्क। राजस्थान में होने जा रहे उप-चुनावों से पूर्व बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने एक बड़ा फैसला किया है। मायावती ने कहा है कि उनकी पार्टी आगामी उपचुनावों में कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी। गत विधानसभा चुनाव में 6 सीटों पर जीत का परचम लहराकर प्रदेश में तीसरा मोर्चा बनाने का प्रयास बसपा के इस निर्णय से सीधा फायदा सत्तारूढ़ कांग्रेस को मिलना तय है। प्रदेश के 4 जिलों भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद और चूरू में विस सीटों पर उप-चुनाव होने हैं।

बसपा के प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है कि इस समय पार्टी में संगठनात्मक कार्य चल रहा है। लिहाजा वह उपचुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी। प्रदेश में 4 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इनमें से तीन सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित हो चुका है। 17 अप्रेल को इन तीनों सीटों पर उप-चुनाव होंगे।

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के राजस्‍थान अध्‍यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो मायावती से हुई चर्चा के बाद ही ये निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा है कि इस समय पार्टी का संगठनात्मक कार्य चल रहा है। पार्टी का लक्ष्य है कि 2021 में बूथ स्तर तक संगठन खड़ा किया जाए, ताकि 2023 में पार्टी राज्य में मजबूती के साथ विधानसभा चुनावों में शिरकत कर सके।

गौरतलब है कि 2018 विधानसभा चुनावों में बसपा ने राज्य में 6 सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन पार्टी की बदकिस्मती यह रही की चुनाव के कुछ माह बाद ही बसपा के सभी विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे।