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Epicaricacy : जब अपनी हार को कंगारुओं ने बताया दूसरों का दुर्भाग्य तो देखिये कैसे कांग्रेस नेता ने अपने 'वर्ल्ड आफ द डे' से आस्ट्रेलिया के इन दिग्गजों की खिंचाई कर दी...!
Media Beat
English - January 20, 2021 07:56News Homepage Download Apple Podcasts Google Podcasts Overcast Castro Pocket Casts RSS feed
इंटरनेट डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के ब्रिसबेन में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद पूरे क्रिकेट जगत में टीम की वाहवाही हो रही है। वहीं आस्ट्रेलिया दिग्गज इस बात को मानने को तैयार ही नहीं है कि ये जीत टीम इंडिय के विदेशों में वास्तविक प्रदर्शन को दर्शाती है। क्योंकि गाबा में 32 साल बाद हार का मुंह चखकर सीरीज गंवाने वाले कंगारुओं के बयान में सिर्फ आस्ट्रेलिया को ही महारथी श्रेष्ठ किया जा रहा है।
मैच के बाद आए आस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गजों के बयानों की एक क्लिपिंग के साथ कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने ट्वीट किया था। साथ ही टीम इंडिया की इस जीत को उन्होंने वर्ड आफ द डे के साथ जोड़कर एक अंग्रेजी का वर्ड भी ट्वीट किया। थरूर ने अंग्रेजी का शब्द epicaricacy मंगलवार को वर्ड आफ द डे में चुना। जैसा कि वे हर रोज एक नया अंग्रेजी का शब्द डालते हैं।
#WordIfTheDay: epicaricacy! I am not the gloating kind but there’s a special pleasure in reading these comments today... When everything else has been said,what remains but “wow”?! #IndvsAus pic.twitter.com/ZauqQ2DMP9
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 19, 2021इस शब्द के साथ उन्होंने लिखा, मैं निराशावादी नहीं हूं, लेकिन आज इन टिप्पणियों को पढ़ने में एक विशेष खुशी मिल रही है। जब, बाकी सब कुछ कहा गया है, तो क्या रह गया है।
epicaricacy अंग्रेजी भाषा का बिल्कुल नया शब्द है, जो थरूर हर रोज अपने ट्विटर पर शेयर करते हैं। एपिकेरिकैसि शब्द का हिन्दी में तात्पर्य होगा महाकाव्यता या महान कार्य का वर्णन। टीम इंडिया की जीत पर उन्होंने इस शब्द का चुनाव इसलिये किया क्योंकि ज्यादातर आस्ट्रेलियंस ने टीम इंडिया की इस जीत के बाद कहा कि विराट कोहली नहीं थे, ये व्हाइट वॉश का अच्छा चांस था, 4-0 से हराएंगे, एक मैच ही जीत पाएगा भारत। इस तरह के बयानों के बाद ये भी कहा गया कि टीम इंडियो को दूसरों के दुर्भाग्य (विराट कोहली के बाहर होने पर) से जीत का सुख प्राप्त हुआ है।
बस इसी संदर्भ में थरूर का ये एपिकेरिकैसि ट्वीट उन कंगारूओं को जवाब था जिन्होंने अपने घिनौने कामों, नस्लीय टिप्पणियों और गालियों से किया। और इसके बाद तमाम आलोचनाए, छींटाकसी सहकर भी टीम इंडिया ने जो प्रदर्शन किया वो एक महाकाव्यिका (epicaricacy) की तरह था जिसकी कोई सीमा नहीं थी।