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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि संदिग्ध परिस्थिति में कमरे में मृत मिले, सुसाइट नोट में शिष्य आनंद गिरी का जिक्र, शिष्य का बयान - मुझे फंसाने की साजिश, षड्यंत्र के तहत की गई महंत की हत्या
Media Beat
English - September 20, 2021 20:36News Homepage Download Apple Podcasts Google Podcasts Overcast Castro Pocket Casts RSS feed
इंटरनेट डेस्क। अखिल भारतीयअखाड़ा परिषद के अध्यक्षमहंत नरेंद्र गिरि आज सोमवार को यूपी के प्रयागराज में कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों मेंमृत पाए गए। प्रयागराज पुलिस को उनके कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में महंत नरेन्द्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी के बारे में बात कही गई है। पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से तहकीकात कर रही है। वहीं महंत के शिष्य ने आरोप लगााय है कि महंत ऐसा नहीं कर सकते। ये किसी का षड्यंत है मुझे फंसाने का। क्योंकि मैं महंत के सबसे करीब था। आनंद गिरी ने कहा इसे सिरे से हत्या बताया है और नाटकीय रूप से आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की जा रही है। हालांकि पुलिस ने आनंदगिरी को को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है। वहीं यूपी सरकार ने इस मामले को लेकर देर रात आपात बैठक भी बुलाई। स्वयं योगी इस मामले को देख रहे हैं।
Prayagraj: President of Akhil Bharatiya Akhada Parishad, Mahant Narendra Giri found dead at his Baghambari Math located residence. A forensic team & a special team is carrying out the investigation, senior officials also present. Details awaited.
(File photo) pic.twitter.com/f8E6Y0mZTL
भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बहुत करीबी माने जाते हैं। उनके निधन पर योगी आदित्यनाथ ने भी गहरा दुख प्रकट किया है वहीं कहा कि इस मामले की बहुत ही गहनता से जांच करवाई जाएगी। वहीं इस मामले के सामने आने के बाद राजनीति जगत के सभी दिग्गजों ने महंत नरेन्द्र गिरी को श्रद्धांजलि देते हुए इस मामले की जांच करवाने की बात कही।
पीएम मोदी ने भी महंद नरेन्द्र गिरी की संदिग्ध मौत पर शोक प्रकट किया। पीएम मोदी ने कहा किअखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरि जी का देहावसान अत्यंत दुखद है।आध्यात्मिक परंपराओं के प्रति समर्पित रहते हुए उन्होंने संत समाज की अनेक धाराओं को एक साथ जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई।प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति!!”