इंटरनेट डेस्क। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर और मिनी मुंबई के नाम से पहचाने वाले इंदौर में कुपोषणा का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। इंदौर जैसे बडे़ शहर मेंकुपोषित बच्चों का आंकड़ा 1,000 के पार पहुंचा गया है। राज्य के सबसे विकसित शहर से कुपोषणा के ये मामले चौंकाने वाले हैं। कुपोषण के इतनी तादाद में मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार भी हरकत में आ गई है।

मध्य प्रदेश: इंदौर में कुपोषित बच्चों का आंकड़ा 1,000 के पार पहुंचा।

इंदौर के ज़िलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया, "यहां 1,115 कुपोषित बच्चे हैं। हम तीन महीने में बच्चों को इस श्रेणी के बाहर ले आएंगे।" pic.twitter.com/rlU8IiFJBG

— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 14, 2021

एएन्आई न्यूज एजेंसी के अऩुसार, कुपोषण मामले में मीडिया से बातचीत मेंइंदौर के ज़िलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि यहां 1,115 कुपोषित बच्चे हैं। हम तीन महीने में बच्चों को इस श्रेणी के बाहर ले आएंगे। राज्य सरकार की ओर से कुपोषित बच्चों के इलाज और उनके संपूर्ण आहार का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

गौरतलब है कि इंदौर देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शुमार किया जाता है। वहीं कुपोषण के मामले यहां बहुत कम दिखते थे लेकिन अब इंदौर से कुपोषण के बड़ी तादाद में आ रहे मामलों ने चिंता बढ़ा दी है।



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