संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा कि संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रियाओं, व्यवस्थाओं और स्वरूप में बदलाव आज समय की मांग है. उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व समुदाय के सामने एक बहुत बड़ा सवाल है कि जिस संस्था का गठन तब की परिस्थितियों में हुआ था, उसका स्वरूप क्या आज भी प्रासंगिक है?