खेल डेस्क। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने अपने करियर को लेकर बड़ा खुलासा किया है।भारत के दाएं हाथ के बल्लेबाज शुभमन गिल ने खुलासा किया वह पहले बाउंसर गेंदों से काफी डरा करते थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपने इस डर पर काबू पा लिया था।

शुभमन गिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज के ब्रिस्बेन में खेले गए अन्तिम मुकाबले में 91 रन की शानदार पारी खेल भारत को जीत दिलाई थी। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शुभमन गिल आसानी से कंगारू तेज गेंदबाजों का (पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिचेल स्टार्क) डटकर मुकाबला करने में सफल रहे थे। उन्होंने इस दौरान जरा सा महसूस नहीं होने दिया कि वह कभी बाउंसर गेंदों से भी डरते थे।

शुभमन गिल ने कोलकाता नाइटराइडर्स की वेबसाइट के माध्यम से खुलासा किया कि मैं युवा था तो मैं बाउंसर से काफी डरा करता था। इस दौरान उन्होंने कहा कि आप केवल तभी डरते हो जब तक आपको चोट नहीं लगती है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शुभमन गिल ने तीन मैचों की छह पारियों में 259 रन बनाए हैं।