लखनऊ: देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की जनता को आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात मिल रही है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे. करीब 341 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा। एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय से शुरू होकर गाजीपुर पहुंचेगा. इसे बनाने में 22 हजार 497 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। यह एक्सप्रेसवे नौ जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा। पीएम मोदी ने जुलाई 2018 में आजमगढ़ से इसकी आधारशिला रखी थी.

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आदरणीय प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से आज उत्तर प्रदेशवासियों के स्वप्नों और आशाओं के राजपथ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन होगा। यह एक्सप्रेस-वे आम जनमानस के जीवन में विकास के नए युग का सूत्रपात करेगा व पूर्वांचल को विकास की मुख्यधारा से जोड़ेगा। आभार प्रधानमंत्री जी! - Yogi Adityanath (@myogiadityanath) 16 Nov 2021

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होगा जो गाजीपुर में एनएच-31 पर हैदरिया गांव में खत्म होगा. यह गांव उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से 18 किमी पहले है। एक्सप्रेस-वे का निर्माण अब 6 लेन का हो गया है, जो भविष्य में 8 लेन का भी हो सकता है। बताया जाता है कि इस एक्सप्रेस-वे से गाजीपुर से दिल्ली पहुंचने में 10 घंटे का समय लगेगा। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार अक्टूबर 2018 में काम शुरू हुआ और 3 साल में पूरा हुआ। इसी अनुमान के मुताबिक 341 किलोमीटर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को तय करने में करीब 4 घंटे का समय लगेगा। एक्सप्रेसवे से सरकार को टोल से 202 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। फिलहाल लोगों को टोल टैक्स नहीं देना होगा। यानी अभी कुछ दिनों के लिए यात्रा फ्री होगी। लेकिन बाद में टोल टैक्स वसूलने का काम निजी कंपनी को दिया जाएगा। कंपनी जल्द ही प्रति किलोमीटर टोल के बाद टोल बूथों पर टोल की दरें तय करेगी। बताया जा रहा है कि लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे की दरों के आसपास ही दरें रखी जाएंगी।

Koo Appउत्तर प्रदेश के विकास पथ में कल का दिन विशेष है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कल राज्य में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे। मैं मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी और उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी का अभिनंदन करता हूं। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।

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- Nitin Gadkari (@nitin.gadkari) 15 Nov 2021


18 फ्लाईओवर, 7 ओवरब्रिज का निर्माण:-
इस एक्सप्रेस-वे पर 18 फ्लाईओवर, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 7 लंबे ब्रिज, 104 छोटे ब्रिज, 13 इंटरचेंज, 5 रैंप प्लाजा, 271 अंडरपास और 525 पुलिया बनाए गए हैं.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की मुख्य विशेषताएं:-
- गाजीपुर से दिल्ली पहुंचने में 10 घंटे लगेंगे।
- राजधानी से पूर्वांचल के अंतिम छोर तक सीधी कनेक्टिविटी मुहैया कराई जाएगी।
- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे खेती और कृषि के लिए व्यापार के नए रास्ते खोलेगा।
- एक्सप्रेस वे से सब्जी और दूध के कारोबार को फायदा होगा.
- गाजीपुर को बिहार से जोड़ने के प्रस्ताव पर भी काम चल रहा है।
- फिलहाल लोगों को टोल टैक्स नहीं देना होगा।
- वाहनों की गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है।

इन बातों का रखना होगा ध्यान:- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो गया है और इस पर आज से ही आवाजाही शुरू हो जाएगी। लेकिन अभी भी यहां कुछ सुविधाएं नहीं हैं। 341 किमी के सफर में रास्ते में न तो पेट्रोल मिलेगा और न ही शौचालय और अगर कार खराब हो गई तो गैरेज नहीं होगा। इतना ही नहीं अभी तक खाने-पीने की भी व्यवस्था नहीं की गई है। हालांकि सरकार का कहना है कि उनके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। UPEIDA का कहना है कि एक्सप्रेस वे पर 8 जगहों पर फ्यूल पंप और 4 जगहों पर CNG स्टेशन बनाए जाने हैं.