बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले से यूक्रेन गए ध्रुव गुप्ता और कई अन्य विद्यार्थी युद्धग्रस्त यूक्रेन में हमला झेल रहे खारकीव से विषम परिस्थितियों में पिसोचिन पहुंच कर सहायता का इंतजार कर रहे हैं। ये विद्यार्थी आज भी भारतीय दूतावास की ओर से संदेश या सहायता का इंतजार कर रहे हैं।

बड़वानी निवासी मनीष गुप्ता के पुत्र ध्रुव यूक्रेन की खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पहले साल की पढ़ाई कर रहे हैं। ध्रुव ने आज सुबह वीडियो कॉल के जरिए यूनीवार्ता को बताया कि रात तो जैसे तैसे निकल गयी, लेकिन फिलहाल आज तक भारतीय दूतावास की ओर से कोई संदेश उन्हें नहीं मिला है। अब तक सीमा पार पहुंचाने के लिए कोई साधन भी उपलब्ध नहीं हुआ है।
ध्रुव ने बताया की रूस के हमले के बाद यूक्रेन के उत्तर पूर्व में बसे खारकीव की स्थिति काफी चिताजनक है। भारत सरकार की खारकीव से किसी भी सूरत में निकल जाने की एडवाइजरी के बाद एक दो दिनों में उनके समेत कई विद्यार्थी खारकीव के स्टूडेंटसका रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन उन्हें सवार नहीं होने दिया गया। ट्रेन में प्रवेश करने की कोशिश कर रही छात्राओं को भी अंदर नहीं जाने दिया गया।

इसके बाद भारतीय दूतावास द्बारा उन्हें वहां से करीब 12 किलोमीटर दूर पिसोचिन कस्बे की लोकेशन देकर वहां पहुंचने का निर्देश दिया गया। ध्रुव ने बताया कि पैदल जाने के दौरान कई बार एयर स्ट्राइक देखी और सबका मौत से सामना हुआ।
उनके समेत लगभग 8०० विद्यार्थी बुधवार शाम को खारकीव से पिसोचिन पैदल पहुंचे, लेकिन सभी विद्यार्थियों की अधिकांश खाद्य सामग्री समाप्त हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि अभी भी धमाकों की आवाज आ रही है। उन्होंने बताया कि 24 घंटे में पहली बार कल शाम को उन्हें शाकाहारी भोजन मुहैया कराया गया है।
ध्रुव और उनके साथी विद्यार्थियों का कहना है कि भारत सरकार को ट्रेन की ऐसी व्यवस्था करना चाहिए, ताकि उसमें केवल भारतीय विद्यार्थी सुरक्षित निकल सके। उन्होंने कहा कि वह भारत सरकार द्बारा उठाए गए कदमों से काफी उत्साहित हैं और उम्मीद है कि यथाशीघ्र वह अपने वतन वापस लौट आएंगे।

ध्रुव के रिश्तेदार गिरिराज ने यहां बताया कि इन परिस्थितियों के मद्देनजर वह तथा उनका परिवार बहुत तनाव में है और उन्होंने राज्यसभा सांसद डॉ सुमेर सिह सोलंकी को घटनाक्रम से लगातार अवगत कराया है। गिरिराज ने बताया कि राज्यसभा सांसद ने बुधवार को व्हाट््सएप कॉल से केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिधिया से पोलैंड में बात की है। उन्होंने कहा कि श्री सिधिया ने उन्हें पूरी तरह से आश्वस्त किया है कि सारे विद्यार्थी सुरक्षित भारत लौटाये जाएंगे।