कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन ग्यारहवें दिन भी जारी है. सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज कहा, "उन्होंने बातचीत के लिए समय मांगा है, पर पता नहीं किससे बात करेंगे, ऑफिसर्स से, कॉर्पोरेट घरानों से या नागपुर आरएसएस से. इतने सालों से मोदी की मन की बात सुन रहे हैं, अब ये किसानों के मन की बात सुनें."